धनपतगंज के जासरपुर जज्जौर अमऊ धर्मदास पुर के सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा जमीन विगत महीने भर से जल भराव के चलते नदी का रूप ले चुकी है।फसलें पानी के कारण गल चुकी है।अमऊ शंकर गढ़ मार्ग पानी मे डूबा है इस रोड पर पखवाड़े भर से आवागमन ठप है।जासरपुर गाँव चारो तरफ पानी से घिरा है गाँव के बाशिन्दे कमर भर पानी मे डूबते हुये जरूरी कामो के लिये बाहर निकल पाते है।गंदगी और कीचड़ से गाव मे मच्छरो ने अपना डेरा जमा रक्खा है ।प्राईमरी मे पढने वाले बच्चो का स्कूल जाना बंद है।ग्रामीणों जुबानी और मौजूदा जल भराव की स्थिति देखते हुये शायद पानी सूखने मे पखवारा भर का समय लग सकता है।ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन से बहुत गोहार लगाई गई कि गाँव मे कम से कम दवा का छिड़काव ही कराया दिया जाय वह भी आज तक नही कराया गया।हल्का लेखपाल तक यहाँ झाकने नही आता अब तो सब उम्मीदें टूट चुकी है भगवान का ही भरोशा है।सबसे ज्यादा परेशानी मे गाँव के मवेशी है जो महीनों से एक ही जगह कीचड़ मे कैद है ।चारा चुगान का जल भराव के चलते कोई ठौर नही बंचा है।गाँव का दर्द किससे कहा जाय जिला प्रशासन, जन प्रतिनिधि कोई भी सुनने वाला नही है।
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दो दिवसीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता सुलतानपुर मे शुरु
* सुलतानपुर 21 नम्बर/ बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय जनपदीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ एम.जी.ए...
Monday, 10 September 2018
लाइलाज हो गया है सुलतानपुर के जासरपुर गाँव मे जल भराव का दर्द
धनपतगंज के जासरपुर जज्जौर अमऊ धर्मदास पुर के सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा जमीन विगत महीने भर से जल भराव के चलते नदी का रूप ले चुकी है।फसलें पानी के कारण गल चुकी है।अमऊ शंकर गढ़ मार्ग पानी मे डूबा है इस रोड पर पखवाड़े भर से आवागमन ठप है।जासरपुर गाँव चारो तरफ पानी से घिरा है गाँव के बाशिन्दे कमर भर पानी मे डूबते हुये जरूरी कामो के लिये बाहर निकल पाते है।गंदगी और कीचड़ से गाव मे मच्छरो ने अपना डेरा जमा रक्खा है ।प्राईमरी मे पढने वाले बच्चो का स्कूल जाना बंद है।ग्रामीणों जुबानी और मौजूदा जल भराव की स्थिति देखते हुये शायद पानी सूखने मे पखवारा भर का समय लग सकता है।ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन से बहुत गोहार लगाई गई कि गाँव मे कम से कम दवा का छिड़काव ही कराया दिया जाय वह भी आज तक नही कराया गया।हल्का लेखपाल तक यहाँ झाकने नही आता अब तो सब उम्मीदें टूट चुकी है भगवान का ही भरोशा है।सबसे ज्यादा परेशानी मे गाँव के मवेशी है जो महीनों से एक ही जगह कीचड़ मे कैद है ।चारा चुगान का जल भराव के चलते कोई ठौर नही बंचा है।गाँव का दर्द किससे कहा जाय जिला प्रशासन, जन प्रतिनिधि कोई भी सुनने वाला नही है।
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