कंट्रीलीड़र न्यूज नेटवर्क बहराइच
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में नेपाली हाथियों के झुंड ने बीती रातभर उत्पात मचाया। गन्ना व धान की फसल को रौंद डाला। हाथियों को भगाने के लिए किसान शोर मचाते रहे लेकिन हाथी खेत में ही डेरा डाले रहे।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा रेंज के ग्राम रमपुरवा के मजरा नवीनपुरवा निवासी हरिजन्दर सिंह, मुख्तार सिंह व बलविन्दर सिंह पुत्रगण मेजा सिंह के खेत में रात नेपाली हाथियों ने धावा बोल दिया। रात भर जमकर तांडव मचाते हुए खेत में लगी धान व गन्ने की लगभग 28 बीघा गन्ना व मक्का तथा 22 बीघे धान की फसल नष्ट कर दी। खेत मालिक हाथियों को भगाने के लिए रातभर शोर मचाते रहे, लेकिन जिद्दी हाथी खेत में ही डटे रहे।
मायूस किसानों ने वन विभाग को सूचना दी, लेकिन मौके पर कोई वन कर्मी नहीं पहुंचा। रेंजर दया शंकर सिंह ने बताया कि पीड़ित किसानों की लिखित शिकायत मिलने पर जांच कराकर उचित मुवावजा दिलाया जायेगा।ग्रामीणों का कहना है कि आये दिन नेपाल सीमा लाघ कर हाथियों का झुंड इलाके मे पहुँच कर उत्पादित मचाते है जिससे किसानों को भारी क्षति पहुँचती है। वन महकमा क्षति पूर्ति की बात करता है पर मिलता कुछ नही।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में नेपाली हाथियों के झुंड ने बीती रातभर उत्पात मचाया। गन्ना व धान की फसल को रौंद डाला। हाथियों को भगाने के लिए किसान शोर मचाते रहे लेकिन हाथी खेत में ही डेरा डाले रहे।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा रेंज के ग्राम रमपुरवा के मजरा नवीनपुरवा निवासी हरिजन्दर सिंह, मुख्तार सिंह व बलविन्दर सिंह पुत्रगण मेजा सिंह के खेत में रात नेपाली हाथियों ने धावा बोल दिया। रात भर जमकर तांडव मचाते हुए खेत में लगी धान व गन्ने की लगभग 28 बीघा गन्ना व मक्का तथा 22 बीघे धान की फसल नष्ट कर दी। खेत मालिक हाथियों को भगाने के लिए रातभर शोर मचाते रहे, लेकिन जिद्दी हाथी खेत में ही डटे रहे।
मायूस किसानों ने वन विभाग को सूचना दी, लेकिन मौके पर कोई वन कर्मी नहीं पहुंचा। रेंजर दया शंकर सिंह ने बताया कि पीड़ित किसानों की लिखित शिकायत मिलने पर जांच कराकर उचित मुवावजा दिलाया जायेगा।ग्रामीणों का कहना है कि आये दिन नेपाल सीमा लाघ कर हाथियों का झुंड इलाके मे पहुँच कर उत्पादित मचाते है जिससे किसानों को भारी क्षति पहुँचती है। वन महकमा क्षति पूर्ति की बात करता है पर मिलता कुछ नही।
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