कंट्रीलीड़र न्यूज़ नेटवर्क बस्ती
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी की बाढ़ और कटान से 50 गांवों के 12 हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं। नदी के तेज कटान से तटवर्ती बांधों को खतरा पैदा हो गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को मिली जानकारी के अनुसार सरयू नदी खतरे के बिन्दु 92.730 से ऊपर 93.190 मीटर पर बह रही है। नदी खतरे के बिन्दु से 46 सेमी ऊपर बह रही है। हालाकि नदी का रूख स्थिर है। नदी की तेज कटान से कटरिया चांदपुर बांध का ठोकर नंम्बर तीन तथा नोज नदी की धारा में विलीन हो गया है। गौरा-सैफाबाद तटबन्ध पर पारा गांव के समीप तेजी से कटान हो रहा है। किशनपुर-मोजपुर बांध पर नदी का दबाव तेज हो गया है। नदी अयोध्या से सीधे चलकर विक्रमजोत-लोलपुर तटबन्ध से सीधे टकरा रही है इससे ठोकर नम्बर दो तथा ठोकर नम्बर तीन पर कटान हो रहा है।उन्होने बताया कि बाढ़ के पानी से सुबिका बाबू, भुअरिया, टेड़वा, सतहा समेत कई गांव चारों तरफ से घिरे हुए हैं। बाढ़ से 8784.592 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित है। इसमें 6496.981 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल सम्मिलित है। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ जिला प्रशासन द्वारा 45 नाव लगाई गयी है इसके अलावा 200 बाढ़ प्रभावितों को राहत शिविर में रखा गया है। यहां भोजन, विश्राम तथा चिकित्सा की व्यवस्था की गयी है।
जिलाधिकारी डा. राजशेखर द्वारा कटान स्थलों पर राजस्व विभाग और बाढ़ कार्य खण्ड के अधिकारियों को निरन्तर नजर रखने तथा बाढ़ पीड़ितों को समुचित सहायता प्रदान करने का निर्देश दिये है।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी की बाढ़ और कटान से 50 गांवों के 12 हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं। नदी के तेज कटान से तटवर्ती बांधों को खतरा पैदा हो गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को मिली जानकारी के अनुसार सरयू नदी खतरे के बिन्दु 92.730 से ऊपर 93.190 मीटर पर बह रही है। नदी खतरे के बिन्दु से 46 सेमी ऊपर बह रही है। हालाकि नदी का रूख स्थिर है। नदी की तेज कटान से कटरिया चांदपुर बांध का ठोकर नंम्बर तीन तथा नोज नदी की धारा में विलीन हो गया है। गौरा-सैफाबाद तटबन्ध पर पारा गांव के समीप तेजी से कटान हो रहा है। किशनपुर-मोजपुर बांध पर नदी का दबाव तेज हो गया है। नदी अयोध्या से सीधे चलकर विक्रमजोत-लोलपुर तटबन्ध से सीधे टकरा रही है इससे ठोकर नम्बर दो तथा ठोकर नम्बर तीन पर कटान हो रहा है।उन्होने बताया कि बाढ़ के पानी से सुबिका बाबू, भुअरिया, टेड़वा, सतहा समेत कई गांव चारों तरफ से घिरे हुए हैं। बाढ़ से 8784.592 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित है। इसमें 6496.981 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल सम्मिलित है। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ जिला प्रशासन द्वारा 45 नाव लगाई गयी है इसके अलावा 200 बाढ़ प्रभावितों को राहत शिविर में रखा गया है। यहां भोजन, विश्राम तथा चिकित्सा की व्यवस्था की गयी है।
जिलाधिकारी डा. राजशेखर द्वारा कटान स्थलों पर राजस्व विभाग और बाढ़ कार्य खण्ड के अधिकारियों को निरन्तर नजर रखने तथा बाढ़ पीड़ितों को समुचित सहायता प्रदान करने का निर्देश दिये है।
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