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Tuesday, 28 August 2018

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं रामबली मिश्र के सामाजिक व राष्ट्रीय योगदान को भुलाया नही जा सकता



कंट्रीलीड़र न्यूज नेटवर्क सुलतानपुर
धनपतगंज सुलतानपुर। क्षेत्र के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व. पण्डित रामबली मिश्र की 39 वीं पुण्यतिथि पर उनके द्वारा स्थापित शोभाराम राष्ट्रीय इण्टरमीडियट कालेज पर विविध कार्यक्रमो के माध्यम से उन्हें याद किया गया और उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये लोगो ने उन्हें नमन किया।

       क्षेत्र में स्थित शोभाराम राष्ट्रीय इण्टर मीडियट कालेज चन्दीपुर के प्रांगण में मंगलवार को स्व. पण्डित रामबली मिश्र के 39 वीं पुण्यतिथि पर प्रातः सुन्दर काण्ड का पाठ तथा सामूहिक यज्ञ का भव्य आयोजन हुआ जिसमें उनके परिवारीजनों योगेंद्रप्रताप मिश्र , राजीव मिश्र , प्रदीप कुमार मिश्र , सुनील कुमार मिश्र , आशुतोष मिश्र , श्रीमती कमला देवी , अमोघ मिश्र , अर्पणा मिश्र व पार्थ मिश्र के साथ सैकड़ो लोगो ने आहुतियों के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। तो इसी क्रम में विद्यालय प्रांगण में स्थापित स्व. पण्डित रामबली मिश्र की प्रतिमा पर पूर्व कैविनेट मंत्री पण्डित जयनारायण तिवारी , भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सीताशरण त्रिपाठी ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस अवसर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन हुआ जिसमें पूर्व कैविनेट मंत्री पण्डित जयनारायण तिवारी ने बताया कि स्व. पण्डित जी का जन्म 20 सितम्बर 1911 को धनपतगंज के मायंग गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। गुलामी की पीड़ा झेल रहे देशवासियों के दर्द को न बर्दास्त कर पाने की दशा में छात्र जीवन के दौरान ही सन 1926 में सक्रिय रूप से स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से कूद पड़े। 1932 में लगान बंदी की अगुवाई करते हुये किसानों का नेतृत्व किया। सन 1936 में विक्टोरिया पार्क जो सुल्तानपुर शहर में मौजूदा नगरपालिका भवन है। उस पर लगे अंग्रेजी हुकूमत के झंडे को उतारकर भारतीय तिरंगा फहराया। इससे नाराज अंग्रेजी हुकूमत ने उनके 16 साथियों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा। इस दौरान 1942 से 1944 तक सेंट्रल जेल नैनी में नजर बन्द रहे। अंग्रेजो की यातना यही नही थमी उनके घर पर , परिवारीजनों पर भी अत्याचार किया गया। घर के सामानों , गायों , वाहनों को नीलाम कर दिया गया। फिर भी पण्डित जी का हौसला नही टूटा और उन्होंने जेल से छूटने के बाद स्वतंत्रता आंदोलन में पूरी तरह सक्रिय रहे। देश आजाद होने के बाद 1948 से 1969 तक इसौली विधान सभा के विधायक भी रहे। अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक देश फैली अशिक्षा , भुखमरी के खिलाफ लड़ते रहे। 1970 में शोभाराम राष्ट्रीय इण्टर मीडियट कालेज चन्दीपुर की स्थापना की। जिनके योगदानों को भुलाया नही जा सकता। कार्यक्रम को प्राथमिक शिक्षक संघ कूरेभार के ब्लाक अध्यक्ष राजीव मिश्र , भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ सीताशरण त्रिपाठी , डॉ डीएम मिश्र व आभा के संयुक्त मंत्री राम अकबाल द्विवेदी ने बी भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में शत्रुजीत पाण्डेय , रमेश पाण्डेय , शोभनाथ पाण्डेय , श्याम बहादुर द्विवेदी , रामुजागिर पाण्डेय , पूर्व पीटीए अध्यक्ष शीतला प्रसाद मिश्र , प्रभंजन द्विवेदी , रामतेज पाण्डेय , राहुल द्विवेदी , मंगलेश मिश्र , अशोक मिश्र , अभिषेक द्विवेदी सहित सैकड़ों की संख्या छात्र/छात्राएं व अभिभावक मौजूद रहे।

कार्क्रम का संचालन विद्यालय प्रधानचार्य काशीनाथ मिश्र जी ने किया। कर्यक्रम के समापन पर विद्यालय के प्रबंधक योगेंद्रप्रताप मिश्र ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगो का आभार ब्यक्त किया।

     

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