*कूरेभार ब्लाक पर सामूहिक विवाह में भदैया ब्लाक की खुली कलई, उच्चाधिकारी बने रहे तमासबीन...*
कंट्री लीडर न्यूज नेटवर्क सुलतानपुर
रिपोर्ट- सुनील राठौर ब्यूरो प्रमुख
विकास खण्ड कूरेभार में विगत चार दिन पूर्व हुयी अव्यवस्थाओ के बीच मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को विकास कर्मियो ने अपने मनमाने ढंग से सम्पन्न कराकर धन में खेल कर लोगो को गुमराह करने में कोई कसर बाकि नही रखा। इस वैवाहिक कार्यक्रम के विकास कर्मियो के लापरवाही के चलते कई लाभार्थी शादी में शामिल नही हो सके तो अधिकारियों ने शादी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधानों से मदद ली। जिसमे सूचि बद्ध किये गये कई आवेदनकर्ता शादी में न शामिल होने पर उनके स्थान पर नये जोडो को सम्लित कर कागजी कोरम पूरा किया गया। यही नही
विगत शनिवार को कूरेभार ब्लाक प्रांगण में जिला प्रशासन की तरफ से आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह
योजना के तहत गरीबो की शादी के लिए योजना बनाई गई थी। जिसमें कुल 38 जोड़ो को सम्लित होना था। जिसमें कूरेभार से 19, जयसिंहपुर से 09 व भदैया से 10 जोड़ो की विकास कर्मीयो ने सूचि जारी किया। लेकिन आपरिहार कारणो से जारी लिस्ट के आधार पर दो जोड़े शादी में उपस्थित नही हो सके। तो दूसरी तरफ भदैया से आये आठ मुस्लिम जोडो के साथ गवाह न होने के मौलाना (काजी) ने ऐतराज किया और निकाह में भागीदारी से दूर का रास्ता दिखा दिया। उक्त शादी में भागीदारों की संख्या कम होने के चलते जिम्मेदार अधिकारियो के हाथ पांव फूल आये। तत्काल जैसे-तैसे गाँव के प्रधानों से मदद की मांग कर विवाह सम्पन्न कराया। प्रधानगण भी अधिकारियों का दामन बचाने में कोई कोर कसर नही छोड़ी और तीन जोड़ो को मौके पर बुलाकर शादी के कार्यक्रम
में शामिल करा दिया। तब जाकर लाभार्थियों की संख्या 31 पर पहुँची गयी। इस वैवाहिक कार्यक्रम में एक अनोखी बात सामने आयी कि पहले 31 जोड़ो का विवाह करवाने के बाद नव दम्पतियों का जयमाल कराया गया। वही इस विवाह समारोह के दौरान मौजूद जनप्रतिनिधियो व उच्चाधिकारियो ने जयमाल स्टेज पर जाकर नव वर-वधुओ को आशीर्वाद देकर नई परम्परा लागू किया। जबकि देखा जाये तो विवाह के दौरान पहले जयमाल कराकर फिर शादी की रश्म अदायी की जाती है। परन्तु यहा ऐसा नही हुआ।
*इनसेट*
*विवाह से वंचित हुआ जोड़ा...*
बीते शुक्रवार को ब्लाक पहुँचे राजरानी पुत्री ज्ञानमती निवासी सिद्धिगनेशपुर कूरेभार जिसकी शादी गाँव के राहुल पुत्र प्रभुदीन से तय थी। शनिवार को यह जोड़ा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शामिल होने के लिए अपना कागजी कोरम पूरा कर कूरेभार ब्लाक के अधिकारियों के पास पहुँचे। लेकिन जिम्मेदार ब्लाक कर्मी उन्हें लिस्ट में शामिल नही किया। जिसके चलते एक जोड़े को प्रदेश सरकार के सामूहिक विवाह से वंचित रहना पड़ा।
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*भदैया ब्लाक के कर्मियो ने किया खेल, अधिकारी बने रहे मौन..*
कूरेभार में आयोजित सामूहिक विवाह में सम्लित होने पहुँचे भदैया ब्लाक से 10 जोड़ो में दो हिन्दू व 8 मुस्लिम जोड़ो
के विवाह की तैयारी शुरू हो गयी। तो वही निकाह कराने पहुचे काजी ने देखा कि किसी भी मुस्लिम जोडो के साथ कोई गवाह नही है। इसके साथ ही वही दो जोडे तलाक शुदा भी थे। जिसमें एक जोड़े की उम्र लगभग माँ और बेटे के सामान दिख रहा था तो स्थानीय लोगो के हस्ताक्षेप के बाद मामला संदिग्ध होने के कारण 8 मुस्लिम जोड़ो को निकाह से वंचित होना पड़ गया। यही नही इस निकाह/ वैवाहिक कार्यक्रम में भदैया ब्लाक का कोई भी कर्मी सामिल नही हुआ। और इन 8 मुस्लिम जोड़ो की बिना जांच प्रताल किये ही शादी करने का खेल शरू कर दिया। इस ब्लाक के कर्मियो की गैर मौजूदगी लोगो में चर्चा का विषय बनी रही। इसके साथ ही इस मामले पर उच्चाधिकारी भी मौन धारण कर तमासबीन बने रहे...!
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