धनपतगंज।कविता की दुनिया के सशक्त हस्ताक्षरों और श्रोताओं के दिलों पर राज करने वाले कवियों की टोली ने पीपर गाँव मे आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
मे जंहा हास्य कविता से लोगो को लोट पोट किया वही मंच से उठी राष्ट्र प्रेम को जगाने वाली "एक गर्जना से मेरे,ब्रह्मांड समूचा डोलेगा"कविता से लोगों के बाजुओ मे फडकन पैदा हो गयी।
रविवार को एस चंद्रा जेनिथ शिक्षालयम पीपर गाँव मे आयोजित कवि सम्मेलन मे सामाजिक-राजनीतिक चेतना को जगाने वाले खबरदार संदेश के साथ कवियों के थिरकते संदेशो की कडी मे ओज के सशक्त हस्ताक्षर कवि योगेश चौहान (लखनऊ) ने अपनी रचना से श्रोताओं मे जोश भर दिया।
एक गर्जना से मेरे,ब्रह्मांड समूचा डोलेगा।
गद्दारो का बाप भी भारत माता की जय बोलेगा।।
तो बाराबंकी से मंच की शोभा बने कवि आशीष सोनी की देश प्रेम से ओतप्रोत कविताओं से महफिल मे समा बंध गयी।
"कोई महफिल हो कि बाजार कहे जायेगे।
बात सच हो तो सरे दार कहे जायेगे ।
जिनको उल्फत नही वतन से वेकिसी मजहब के गद्दार कहे जायेगे।।"
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