कंट्री लीडर न्यूज नेटवर्क लखनऊ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में चल रही भाजपा सरकार ने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के सिद्धांत पर ही काम किया है।उक्त बाते भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने लखनऊ में अन्त्योदय और भाजपा विषय पर आयोजित संगोष्ठि को संबोधित करते हुये कही।
. उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के सर्वांगीण विकास को ही प्राथमिकता मानकर मोदी सरकार ने कार्य किया।महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि हेडगेवार, दीनदयाल उपाध्याय , गोपाल कृष्ण गोखले सहित कई अन्य राष्ट्रवादी सोच के महानुभावों ने आजादी से पूर्व उसी राष्ट्रावादी चिंतन पर भारत और भारतीय समाज के लिए कार्य किया, लेकिन आजादी के बाद सत्ता पर काबिज होने वाले नेताओ ने देश के नजरिये से नहीं बल्कि दुनिया के नजरिये से देश को आगे ले जाने की बात कही.जिस कारण भारत जिस मौलिक चिंतन के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए था उससे अलग राह पर आगे बढ़ा।जिसका परिणाम भी सामने है।आजादी के 72 वर्षों के दौरान ऐसे लोगों की श्रेणी खड़ी हुई जो राजनैतिक रूप से गरीबों की भलाई का नारा तो देते रहे लेकिन उन्होंने सिर्फ अपनी और अपने परिवार की भलाई का कार्य किया. ऐसे अवसरवादी लोगों ने चौधरी चरण सिंह, राम मनोहर लोहिया, भीमराव आंबेडकर के नाम पर राजनीत तो की लेकिन कभी उनके दिखाये सिद्धांतों और मार्ग पर नहीं चले. हम अन्त्योदय के सिद्धांत पर चलकर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए काम करते रहे. उन्होंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास के संकल्प के साथ गरीब व्यक्ति के स्वास्थ्य, उसके घर उसके सम्मान के लिए भाजपा सरकार काम कर रही है.
उन्होंने किसी दल का नाम लिये बगैर आरोप लगाया कि आजादी के बाद अन्य पार्टियों ने महापुरूषों के नाम पर नारे गढ़े और सत्ता सुख को भोगती रही लेकिन गांव, गरीब, किसान, नौजवान के कल्याण के लिए योजनापूर्वक कार्य नहीं किया।
उन्होंने किसी दल का नाम लिये बगैर आरोप लगाया कि आजादी के बाद अन्य पार्टियों ने महापुरूषों के नाम पर नारे गढ़े और सत्ता सुख को भोगती रही लेकिन गांव, गरीब, किसान, नौजवान के कल्याण के लिए योजनापूर्वक कार्य नहीं किया।
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