अगर मनसे समाज सेवा की लगन और तमन्ना हो तो उम्र कोई मायने नही रखती है।ऐसा ही हौशला और जज्बा देखने को मिला इसौली के सपा विधायक अबरार अहमद मे।जो पिछले 30वर्षों से बगैर कोई मुश्किल महसूस किये समाज सेवा मे लगे है।निम्नवर्ग,पिछडो तथा वगैर कोई भेद भाव किये हर वर्ग के वंचितो ,शोषित समाज,मजदूर,किसान जो विकास की मुख्य धारा से अलग थलग पड़े रहे उनके जीवन स्तर को उठाने मे आपका योगदान सराहनीय रहा।जिनका कहना है कि स्वास्थ्य और शिक्षा दो ऐसी जरूरत है जिसकी सुविधा हर नागरिक को मिले वगैर देश का विकास सम्भव नही है।दिखावे मे विश्वास नही रखता किसान परिवार से हूँ अंतिम साँस तक गरीब की लड़ाई लडता रहूँगा । दुःख है मौजूदा सरकार विकास कार्यों को लेकर दोहरा मापदंड रख रही है।
गौरतलब है कि अबरार अहमद अपने क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक हैं और वे लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। इसौली विधानसभा क्षेत्र के कुड़वार ब्लाक के अंतर्गत आने वाले अझुई गांव के निवासी अबरार अहमद युवावस्था से ही समाजसेवा में जुट गए थेे और आज जीवन के लंबे अंतराल के बाद भी वेे राजनीति के माध्यम से समाजसेवा को ही वरीयता देते हैं।
१९९२ में अबरार अहमद पहली बार सुलतानपुर जिला पंचायत सदस्य के रुप में निर्वाचित हुए। अपनी समाजसेवा के बल पर ही अबरार अहमद ने जिला पंचायत से विधानसभा तक का सफर तय किया। समाजवादी पार्टी के वफादार और कर्मठ सिपाहियों में शुमार किए जाने वाले अबरार अहमद ने इस बार की मोदी लहर को भी मात देते हुए अपने प्रतिद्वंदी को अच्छे-खासे अंतराल से पीछे छोडक़र जीत दर्ज की।
अपने इसौली क्षेत्र के विकास को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए विधायक अबरार कहते हैं कि, पिछले पांच वर्ष में उन्होंने इसौली में हर संभव विकास किया जिसके तहत सडक़ें और बल्दीराय में नई तहसील आदि प्रमुख हैं। इस पंचवर्षीय में चूंकि प्रदेश में सरकार बदल गई है और मौजूदा सरकार विपक्ष के साथ भेदभाव करती है इसलिए क्षेत्र का अपेक्षित विकास संभव नहीं हो पा रहा है।
अबरार अहमद कहते हैं कि उन्होंने अपना जीवन गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों के लिए समर्पित कर दिया है। वे सदैव समाज सेवक बनकर कार्य करते हैं। उनके कार्य करने की शैली मेें उनकी उम्र और उनका स्वास्थ्य बाधक नहीं बनता है। वे आज भी पूरी तरह फिट हैं और एक नौजवान की तरह ही पूरे हौसले और जोश-ओ-जज्बे के साथ गरीबों वंचितों शोषितों के लिए दिन रात काम करते हैं। उनका मानना है कि समाज के गरीब व शोषित वर्ग को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और उत्तम स्वास्थ्य मिले तभी वास्तविक विकास संभव है। इसके लिए वे सतत् प्रयत्नशील भी हैं। अपने साक्षात्कार के दौरान अबरार अहमद कहते हैं कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और विधानसभा की तीसरी पारी के लिए पूरी तरह तैयार हंै । जीवन की अंतिम सांस तक समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा।
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